यह पिता भूले भटको का यह रक्षक आओ इसे प्रणाम करें प्रकृति का सम्मान करें। यह पिता भूले भटको का यह रक्षक आओ इसे प्रणाम करें प्रकृति का सम्मान करें।
ऐसे में बला रुके कैसे यह कदम बनकर आईं है सृष्टि जब हमकदम ऐसे में बला रुके कैसे यह कदम बनकर आईं है सृष्टि जब हमकदम
हरी-भरी घास का श्रृंगार करती ओस की बूँदे शांत वातावरण पक्षियों के चहकने की मीठी आवाज मानों वातावरण... हरी-भरी घास का श्रृंगार करती ओस की बूँदे शांत वातावरण पक्षियों के चहकने की मीठी...
शीतल चांदनी की चमक जुगनू संग फैलाता चलूँ.. शीतल चांदनी की चमक जुगनू संग फैलाता चलूँ..
जीवन में कई विचारों के रंग भरतीं है तस्वीरें जीवन में कई विचारों के रंग भरतीं है तस्वीरें
मन में उल्लास है, और उमंग आयी है शीतल सुगन्ध मन्द, हवा चल आयी है। मन में उल्लास है, और उमंग आयी है शीतल सुगन्ध मन्द, हवा चल आयी है।